चंद्रयान-2 का चंद्र अंतरण प्रक्षेप पथ में सफलतापूर्वक प्रवेश होम / प्रेस विज्ञप्ति
आज (14 अगस्त, 2019) 02:21 बजे (भा.मा.स.) चंद्रयान-2 अंतरिक्षयान का अंतिम कक्षा उत्थापन युक्तिचालन सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इस युक्तिचालन के दौरान, लगभग 1203 सेकेंडों के लिए अंतरिक्षयान के द्रव इंजन को प्रज्वलित किया गया। इससे, चंद्रयान-2 चंद्र अंतरण प्रक्षेप पथ में प्रविष्ट हुआ। इससे पूर्व, 23 जुलाई से 06 अगस्त, 2019 के दौरान अंतरिक्षयान की कक्षा को प्रगतिशील रूप से पाँच बार बढ़ाया गया था।
बेंगलूरु के निकट बयलालु स्थित भारतीय गहन अंतरिक्ष नेटवर्क (आई.डी.एस.एन.) एंटेना के सहयोग से बेंगलूरु के इसरो दूरमिति, अनुवर्तन एवं आदेश संचारजाल (इस्ट्रैक) के मिशन प्रचालन काम्पलेक्स (एम.ओ.एक्स.) द्वारा अंतरिक्षयान के स्वास्थ्य का सतत मॉनीटरन किया जा रहा है। 22 जुलाई, 2019 को जी.एस.एल.वी. मार्कIII-एम.1 राकेट द्वारा इसके प्रमोचन से चंद्रयान-2 अंतरिक्षयान की सभी प्रणालियाँ सामान्य रूप से कार्य निष्पादन कर रहीं हैं।
चंद्रयान-2, 20 अगस्त, 2019 को चंद्रमा पर पहुँचेगा तथा अंतरिक्षयान को चंद्र कक्षा में निवेशन के लिए अंतरिक्षयान के द्रव इंजन को पुन:प्रज्वलित किया जाएगा। इसके पश्चात, चंद्रमा की सतह से लगभग 100 कि.मी. की दूरी पर चंद्रमा के ध्रुवों पर से गुजरते हुए अंतरिक्षयान को इसकी अंतिम कक्षा में प्रवेश कराने हेतु चार और कक्षा युक्तिचालन किए जाएँगे।
चंद्रमा के पार अंत:क्षेपण के पश्चात भावी प्रचालन के लिए संभावित योजना निम्नानुसार है:
तारीख
समय
चंद्रमा के आसपास कक्षा
LOI/LBN#1
अगस्त 20, 2019
8:30-9:30
118 X 18078
LBN#2
अगस्त 21, 2019
12:30 - 13:30
121 X 4303
LBN#3
अगस्त 28, 2019
05:30 - 06:30
178 X 1411
LBN#4
अगस्त 30, 2019
18:00 - 19:00
126 X 164
LBN#5
सितम्बर 01, 2019
114 X 128
तत्पश्चात, 02 सितंबर, 2019 को विक्रम लैंडर कक्षित्र से अलग हो जाएगा। 7 सितंबर, 2019 को चंद्रमा की सतह पर सुगम अवतरण कराने के लिए विद्युतचालित अवरोहण शुरू करने से पहले लैंडर पर दो कक्षा युक्तिचालन निष्पादित किए जाएंगे।